“जल शक्ति से नारी शक्ति“ अभियान कार्यक्रम में सांसद श्री चिंतामणी महाराज ने महिलाओं को जल संरक्षण उपायों के प्रति किया जागरूक
अम्बिकापुर 13 जुलाई 2024/sns/- आंगनबाड़ी केंद्र बंगालीपारा में शुक्रवार को “जल शक्ति से नारी शक्ति“ अभियान के तहत जल संरक्षण विषय पर जन जागरूकता कार्यकम का आयोजन किया। इसी के साथ शासन के “एक पेड़ मां के नाम“ अभियान के तहत वृक्षारोपण कर सुरक्षा की जिम्मेदारी भी ली गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में सरगुजा लोकसभा के सांसद श्री चिंतामणी महाराज उपस्थित रहे। इस दौरान कलेक्टर श्री विलास भोसकर, विभागीय अधिकारी-कर्मचारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री चिंतामणी महाराज ने कहा कि जल ही जीवन है, यदि जल नहीं रहेगा तो जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। इसलिए पानी का संरक्षण करना बहुत आवश्यक है, इसलिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने उपस्थित महिलाओं से भविष्य के लिए पानी बचाने अपील की और कहा कि घरों में साफ-सफाई, कपड़े बर्तन आदि धोने जैसे घरेलू कामों के बाद बचे पानी को फेंकने के बजाए गड्ढे में डाल दें, जिससे यह पानी वापस भूमि में जाकर भविष्य के लिए संरक्षित हो जाए। उन्होंने महतारी वंदन योजना के द्वारा प्रदान की गई राशि का उचित उपयोग करने कहा।
कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने भी जल के महत्व को बताकर जल संरक्षण करने लोगों को प्रेरित किया। वहीं उन्होंने महतारी वंदन योजना के तहत प्राप्त राशि का उचित उपयोग जैसे स्वयं एवं शिशु के स्वास्थ्य, पोषण आदि पर करने प्रेरित किया।
कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को जल संरक्षण विषय अंतर्गत जल का महत्व, साफ और सुरक्षित जल का उपयोग, जल के संरक्षण के सही उपाय, जल संग्रहण की उपयोगी तकनीकों, जल स्त्रोतों के आस-पास साफ-सफाई एवं स्वच्छता का महत्व, साफ-सुथरा शौचालय के उपयोग के महत्व की जानकारी दी गई। साथ ही कार्यक्रम में पौधारोपण से जल संरक्षण के सम्बन्ध में भी जानकारी देते हुए लोगों को जागरूक किया गया।
“एक पेड़ मां के नाम“ अभियान के तहत लगाए गए पौधे-
इस अवसर पर सरगुजा लोकसभा सांसद श्री चिंतामणी महाराज एवं कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने शासन के “एक पेड़ मां के नाम“ अभियान में शामिल होते हुए पौधारोपण किया और लोगों से भी इस अभियान में शामिल होने की अपील की। इस दौरान पौधों में रक्षासूत्र बांधकर सुरक्षा की जिम्मेदारी भी ली गई। इसके साथ ही
अधिकारी-कर्मचारियों सहित महिलाओं ने भी परिसर में फलदार पौधौं लगाए।
जल संरक्षण हेतु दिलाई गई शपथ-
कार्यक्रम में महिलाओं को जल शक्ति से नारी जल आंदोलन को जन आंदोलन बनाने के लिए जल संरक्षण के संबंध में शपथ दिलाई गई। इस दौरान पानी बचाने और संचयन का विवेकपूर्ण उपयोग करने तथा जल सरंक्षण को बढ़ावा देने में सहयोग करने और अपने परिवारजनों, मित्रों, पड़ोसियों और अपने आने वाली पीढ़ियों को इसके समुचित उपयोग और व्यर्थ न करने लिए प्रेरित किए जाने की शपथ कर भविष्य सुरक्षित रखने की शपथ ली गई।