रायपुर 15 जुलाई 2024 sns/- कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के जनदर्शन में त्वरित सहायता मिलने से आम नागरिकों की खुशियां लौट आई है। झमिता के उम्मीदों की आस कुछ ही मिनटों में पूरी हो गई, जब कलेक्टर डॉ. सिंह ने उनके बच्चे को हॉस्टल में दाखिला दिलाने का निर्देश दिया और निर्देश का पालन तुरंत हुआ फिर बच्चे को हॉस्टल में प्रवेश दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इसकी खबर सुनते ही परिजन खुश हुए और जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया।
समता कॉलोनी के राखी नगर निवासी श्री भारत साहू के पुत्र गौतम साहू छठवीं कक्षा में अध्ययनरत है। श्री साहू मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करते है। उनकी माता श्रीमती झमिता साहू गृहणी है। श्रीमती झमिता बताती हैं कि आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं है और बच्चे को पढ़ाने में भी असमर्थ हूं। वे बताती हैं कि बेहतर पालन-पोषण भी बच्चे का नहीं हो पा रहा है। गौतम के आगे की पढ़ाई में काफी दिक्कते हो रही थी। इस वजह से बेटे को उनके पिता कलेक्टर के जनदर्शन में लेकर पहुंचे और बच्चे को हॉस्टल में दाखिला दिलाने के लिए गुहार लगाई। कलेक्टर ने गंभीरता से उनके आवेदनों का निराकरण करने के लिए आदिम जाति विभाग को निर्देशित किया। इसके तुरंत बाद बच्चे को हॉस्टल में दाखिला दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। बच्चे को जल्द ही कुशालपुर के हॉस्टल में दाखिला दिलाया जाएगा। जहां बच्चे को ठहरने, भोजन और अन्य सुविधाएं निःशुल्क मिलेगी। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ श्री विश्वदीप समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
ऑनलाइन जुड़े कलेक्टर से अन्य विकासखण्ड के अधिकारी, त्वरित समाधान के निर्देश
कलेक्टर डॉ. सिंह के जनदर्शन में आरंग, अभनपुर, तिल्दा के अधिकारी ऑनलाइन जुड कलेक्टर ने बारी-बारी से जिले के दूर-दराज से आए आम नागरिकों की समस्याएं सुनी और तत्काल अधिकारियों को भी कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। आरंग के ग्राम पचेड़ा से श्री मेहतरू राम रात्रे समस्या लेकर जनदर्शन में कलेक्टर से मुलाकात की। कलेक्टर ने संबंधित अनुविभाग के अधिकारियों को तत्काल निर्देशित करते हुए तुरंत समस्या का समाधान करने के लिए निर्देशित किया। इसी तरह अमलीडीह से छाया बैस ने कोरोना प्रभावित परिवार को सहायता राशि प्रदान नहीं किए जाने का आवेदन लेकर पहुंची। कलेक्टर ने इस आवेदन का समाधान करने के लिए सीएमएचओ को निर्देशित किया। इसी तरह विभिन्न क्षेत्रों से आवेदन लेकर आम नागरिक पहुंचे थे। जिनके आवेदन पर संबंधित विभाग के अधिकारियों को निराकरण करने के निर्देश दिए है।