दुर्ग, 23 जुलाई 2024/sns/- कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी के मार्गदर्शन में सिकल संगवारी पहल कार्यकम के अन्तर्गत सिकल सेल प्रबंधन टैब हाइड्रोक्सीयूरिया का उपयोग एवं मॉनिटरिंग विषय पर मास्टर ट्रेनर डॉ. योगेश्वर कालकोन्डे एम.डी. मेडिसिन संगवारी पीपलस एसोसेसियन फारइक्यूवीटी एंड हेल्थ द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण जिला चिकित्सालय दुर्ग में आयोजित किया गया। आईबी ग्रुप के द्वारा वित्त पोषित संस्था के माध्यम से सिकल सेल संगवारी संस्था के द्वारा जिला चिकित्सालय दुर्ग में सिकल सेल संगवारी कक्ष का संचालन किया जा रहा है। जिसमें सिकल सेल के मरीजों को शासकीय चिकित्सालय में शासकीय योजनाओं के अन्तर्गत निःशुल्क परामर्श एवं उपचार प्रदान किया जाता है। संस्था के द्वारा अब पूरे जिले में विस्तार करने के लिए समस्त विकासखण्ड अधिकारी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के चिकित्सा अधिकारियांे को जिला चिकित्सालय दुर्ग में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें जिला चिकित्सालय के 05 चिकित्सक एवं ग्रामीण/शहरी क्षेत्रों से 07 चिकित्सकों को सिकल सेल पीड़ितों के उपचार एवं सिकल सेल मरीजों के योजना की लाभ दिलाने हेतु प्रशिक्षित किया गया।
सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक के द्वारा जिला चिकित्सालय दुर्ग में सभी सिकल सेल मरीजों का उपचार एवं परामर्श की सुविधा निःशुल्क प्रदाय की जा रही है। सिकल संगवारी पहल टीम सिकल सेल मरीजों की काउंसलिंग, टैब हाइड्रोक्सीयूरिया के बारे में जानकारी, उनके संदेह को दूर करने एवं कन्फामेंट्री टेस्ट, जिला चिकित्सालय में करवाने तथा डॉक्टरी सलाह में मदद, वार्ड में भर्ती सिकल मरीजों को काउंसलिंग व दवाईयां एवं सही मार्गदर्शन प्रदाय करने का कार्य कर रही हैं। संगवारी पहल को एनजीओ संगवारी पीपलस एसोसेसियन फारइक्यूवीटी एंड हेल्थ अम्बिकापुर द्वारा चलाया जा रहा है। यह एनजीओ निःशुल्क ओपीडी सुविधा प्रदान कर रही है जिसमें 08 डॉक्टर की टीम निरन्तर कार्यरत हैं। एनजीओ सूरजपूर, अम्बिकापुर, जशपुर आदि अन्य जिलों में सिकल सेल मरीजों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर रही है, साथ ही साथ अन्य बिमारियां जैसे हृदय संबंधित, शुगर, मिर्गी इत्यादि रोगांे के क्षेत्र में भी योगदान दे रही है।
इस प्रशिक्षण में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी के द्वारा जिले में सिकल सेल की जांच शत्-प्रतिशत् किये जाने एवं सिकल सेल पॉजिटीव मरीजों को टैब हाइड्रोक्सीयूरिया की डोज नियमित देने, समय-समय पर फालोअप करने के निर्देश दिया गया। सिकल सेल के मरीजों, दिव्याग प्रमाण पत्र जारी करने के लिए शासन द्वारा प्रकाशित गजट के दिशा निर्देशांे के अनुसार कार्यवाही करने हेतु निर्देश दिये गये। टैब हाइड्रोक्सीयूरिया एक सुरक्षित दवाई है। टैब हाइड्रोक्सीयूरिया में सिकल सेल एनिमिया के लिए एक आदर्श दवा की विशेषता है कि यह कई क्रियाविधि के माध्यम से चिकित्सकीय लाभ प्रदान करता है, इसके उपयोग से अस्पताल में भर्ती सिकल सेल मरीजों में 50 प्रतिशत कमी लाई जा सकती हैं। उक्त प्रशिक्षण में डॉ. हेमन्त साहू सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पाल अधीक्षक जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री सदीप ताम्रकार, अस्पताल सलाहकार डॉ. ओम प्रकाश वर्मा, श्रीमती प्रितिका पवार, डीपीएचएनओ जिला चिकित्सालय दुर्ग से डॉ. सीमा जैन शिशुरोग विशेषज्ञ, डॉ. देवेन्द्र साहू मेडिसिन विशेषज्ञ, डॉ. बी.आर. साहू, स्त्रीरोग विशेषज्ञ एवं विकासखण्ड पाटन, धमधा, निकुम से चिकित्सा अधिकारी एवं जिला की सिकल संगवारी पहल की टीम उक्त प्रशिक्षण में उपस्थित रहें।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने जानकारी दी की सिकल सेल संगवारी पहल के कारण अब मरीजों को भर्ती हेतु भटकना नही पड़ता है, सिकल सेल संगवारी कार्यकर्ता द्वारा सिकल सेल के मरीजों के साथ सतत् सम्पर्क करते हुये निरन्तर उपचार के सहयोग करने के लिए सिकल सेल संगवारी के कार्यकर्ता को साधुवाद दिया गया।