सुकमा, 04 अगस्त, 2024/sns/-कृषि विज्ञान केंद्र, सुकमा में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला सह कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम में कलेक्टर श्री हरिस.एस ने जिले में चयनित 55 किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा संचालित आदिवासी उप योजना बटेर पालन एवं सामुदायिक खेती टीएसपी (ईपी और एचएस) एवं आईआईपीआर – टीएसपी (एसटीसी) परियोजना के अंतर्गत बटेर पालन हेतु बटेर तथा मशीन, सुरक्षित भंडारण हेतु भंडारण पेटी, कृषि उपकरण, स्प्रेयर, सब्जियों के बीजों की किट तथा सब्जी नर्सरी का वितरण एवं कृषि विभाग द्वारा उड़द की मिनीकिट का वितरण किया। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि कृषि कि नवीन जानकारी के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या मे कृषि विज्ञान केन्द्र से जुड़ कर नवीन तकनीकी का लाभ लेकर अपनी खेती में तकनीकी परिवर्तन करके रोजगार के साथ साथ फसल उत्पादन एवं आय में वृद्धि कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों को ज्यादा से ज्यादा किसानों के खेत में जाकर तकनीकी प्रदर्शन, मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षित करने के लिए निर्देशित किए। कलेक्टर ने कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रक्षेत्र के भ्रमण कर, खरीफ फसलों का अवलोकन कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये तथा आगामी रबी फसल योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की।
कलेक्टर ने एक पेड माँ के नाम अभियान के तहत कृषि विज्ञान केन्द्र सुकमा में नारियल के पौधे का वृक्षारोपण कार्य किया। उन्होंने जिलेवासियों से अभियान के तहत् अधिक से अधिक पौधरोपण करने की अपील की। इसके साथ-साथ समूह अग्रिम पंक्ति तिलहन प्रदर्शन के अंतर्गत तिल फसल के ऊपर एक दिवसीय कार्यशाला सह कृषक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत तिल फसल की आधुनिक खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई विदित हो कि इस वर्ष कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा 50 हेक्टर क्षेत्रफल में तिल का प्रदर्शन लगाया जाएगा।
कृषि से संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ प्रति माह होने वाली मासिक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। जिसमें जिले के विभागों के अधिकारियों ने भाग लेकर आगामी माह हेतु चर्चा की और सभी ने अपने अपने विभाग की योजनाओं के बारे में किसानों को विस्तार से बताया। सहायक मत्स्य अधिकारी श्री ओपी मंडावी, सहायक पशु शल्यज्ञ अधिकारी डॉ. उमेश बघेल, कृषि विभाग डॉ. जीतेश बघेल एवं श्री भीम कुमार जायसवाल सहायक संचालक कृषि साथ साथ सभी विभागों से मैदानी अधिकारी उपस्थित थे।
कृषि विज्ञान केन्द्र के सभी कृषि वैज्ञानिकों ने अपने अपने विषय से संबंधित माह अगस्त की कार्य योजना को प्रस्तुत किया। साथ ही अधिकारियों एवं कृषि मित्रों को विस्तार से बताया, कृषि विज्ञान केन्द्र से वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख श्री एच. एस. तोमर, पौध रोग विशेषज्ञ श्री राजेन्द्र प्रसाद कश्यप, कृषि अभियांत्रिकी विशेषज्ञ डॉ. परमानंद साहू, कीट विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. योगेश कुमार सिदार, चिराग परियोजना के एस. आर. एफ. श्री यमलेश्वर भोयर एवं श्री इंद्रपाल साहू, आकांक्षा भदौरिया, ज्योतिष कुमार पोटला, रंजना, जुनकी नाग, अर्जुन, बुधराम, सुखमन, नंदा सहित अन्य कर्मचारीगण उपस्थित थे।