छत्तीसगढ़

जिला प्रशासन द्वारा कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट  योगदान  हेतु सम्मानित किये गये, कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक

सुकमा, 18 अगस्त 2054/15 अगस्त 2024 को जिला प्रशासन द्वारा आयोजित 78 वें  स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्रम में कृषि के क्षेत्र में किए उत्कृष्ट  कार्यों हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र सुकमा के वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया। इस शुभ अवस रकलेक्टर श्री हरिस एस.  एवं कार्यक्रम के  मुख्य अतिथि  श्री किरण देव विधायक जगदलपुर के कर कमलों से कृषि विज्ञान केन्द्र, सुकमा के  कृषि वैज्ञानिक  श्री  राजेन्द्र प्रसाद कश्यप (पादप रोग विज्ञान) को फसलों में रोगों के नियंत्रण,   डॉ. परमानन्द साहू (कृषि यंत्र एवं शक्ति अभियांत्रिकी) को जिले में कृषि यंत्रीकरण, डॉ. योगेश कुमार सिदार (कीट विज्ञान) को फसलों में कीटों के नियंत्रण एवं कार्यक्रम सहायक डॉ. संजय सिंह राठौर (मत्स्य विज्ञान) को समन्वित किसी प्रणाली व कृषकों के हित मे किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख श्री एच.  एस. तोमर के मार्गदर्शन में वैज्ञानिकों द्वारा लगातार विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जिले में कृषि में तकनीकी उन्नयन हेतु अनाज वाली फसलें, दलहन, तिलहन व उद्यानिकी फसलों में खेत की तैयारी से लेकर अनाज के भंडारण तक विभिन्न नवीन कृषि यंत्रों के उपयोग, सभी फसलों में रोगों की पहचान व  प्रबंधन, सभी फसलों में लगने वाले कीटों की पहचान वह नियंत्रण के उपाय तथा समन्वित कृषि प्रणाली हेतु बटेर, मुर्गी,  बतख व मछली पालन से संबंधित विभिन्न प्रशिक्षण कृषकों के लिए आयोजित किए गए है।
जिले में कृषि के नवीन तकनीकों को अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन एवं प्रक्षेत्र परीक्षण कार्यक्रम के माध्यम से सीधे कृषकों के खेत में ही किया जा रहा है। भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा निर्देशित अन्य कृषि संबंधित विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा चलाए जा रहे फसल चक्र परिवर्तन कार्यक्रम के तहत  विगत   वर्ष जिले में दलहनी व तिलहनी फसलों के रकबा को बढ़ाने हेतु कृषकों के खेत में समूह अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन का आयोजन किया गया है जिसके तहत  10-10 हेक्टेयर में उड़द एवं मूंग, 10 हेक्टेयर में  अरहर, 20 हेक्टेयर में तिल तथा 20 हेक्टेयर में सरसों का प्रदर्शन कृषकों के खेत में लिए गए थे। इस बर्ष  50 हेक्टर में तिल और 80 हेक्टर में  सरसों का प्रदर्शन लिया जाएगा
कृषि विभाग जिला सुकमा द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विकासखण्डों के कृषि सखी एवं कृषक मित्रों को कृषि कार्यों में उपयोगी मानव, पशु व ट्रैक्टर चलित आधुनिक यंत्रों, फसलों में लगने वाले विभिन्न रोगों और कीटों की पहचान तथा उनके नियंत्रण के उपाय पर तथा समन्वित कृषि प्रणाली के सम्बंध में प्रषिक्षण दिए गए। जिससे कि उनके माध्यम से नवीन तकनीकों को किसानों तक पहुंचा जा सके।
विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम के दौरान जिले के तीनों विकास खण्डों के  विभिन्न गांवो व ग्राम पंचायतो में प्राकृतिक खेती, मृदा स्वास्थ्य हेल्थ कार्ड, फसल बीमा योजना,  ड्रोन तकनीक, विभिन्न फसलों की कतार बोनी हेतु मल्टीक्रॉप बीज सह खाद ड्रिल यंत्र के सम्बंध में प्रशिक्षण दिया गया।
विदित हो कि कृषि विज्ञान केंद्र सुकमा द्वारा निकट भविष्य में छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास प्राधिकरण के तहत मुख्यमंत्री कृषि विकास योजनानंतर्गत कृषि से संबंधित विभिन्न प्रशिक्षण वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम  के माध्यम से कृषि से संबधित विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाना प्रस्तावित है

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