सारंगढ़-बिलाईगढ़, 10 सितम्बर 2024/sns/- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में जनसंपर्क विभाग निरंतर पत्रकारों और उनके आश्रितों के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने लोकसभा चुनाव परिणाम 5 जून के 10 दिन बाद 15 से 20 जून 2024 के मध्य छत्तीसगढ़ संचार प्रतिनिधि कल्याण समिति की पहली बैठक में राज्य के पत्रकारों के लिए अधिमान्यता समिति और आर्थिक सहायता के सभी आवेदनों पर कार्यवाही किया।समिति ने जिले के सरसीवां के पत्रकार दिवंगत देवेंद्र केशरवानी के आश्रितों के लिए एकमुश्त राशि पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता की अनुशंसा किया गया, जिसके पालन में उनके आश्रित पत्नी श्रद्धा केशरवानी को छत्तीसगढ़ शासन के जनसंपर्क विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ संचार प्रतिनिधि कल्याण सहायता नियम 2019 अंतर्गत संचार प्रतिनिधि के आकस्मिक मृत्यु की दशा में आर्थिक सहायता पांच लाख रुपए का ऑनलाइन भुगतान 15 जुलाई 2024 तक किया गया।
सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के सरसीवां के पत्रकार (दैनिक नवभारत के संवाददाता) देवेंद्र केशरवानी का अयोध्या यात्रा श्रीराम लला के दर्शन के बाद वापसी में 7 फरवरी 2024 को आकस्मिक निधन हो गया था। जिले के प्रभारी जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) देवराम यादव द्वारा अपने पदीय दायित्व अंतर्गत उनके आश्रितों के लिए राज्य शासन की नियम अनुसार आर्थिक सहायता हेतु आवेदन पत्र भरा गया और नोटरी पंकज चंद्रा, तत्कालीन सीएमएचओ डॉ अवधेश पाणीग्राही और संपादक दैनिक नवभारत के हस्ताक्षर के बाद छत्तीसगढ़ संचार प्रतिनिधि कल्याण समिति में शामिल करने के लिए जनसंपर्क संचालनालय को प्रस्तुत किया गया, जहां समिति में आवेदन पत्र को शामिल किया गया। प्रभारी जनसंपर्क अधिकारी देवराम यादव द्वारा आवेदन पत्र भरने, जनसंपर्क संचालनालय को भेजने, समिति की अनुशंसा और ऑनलाइन भुगतान तक निरंतर कनेक्टिविटी बनाकर पत्रकार देवेंद्र केशरवानी के आश्रित पत्नी और उनके बच्चों के सुखद भविष्य के लिए राज्य शासन के आर्थिक सहायता को जनसंपर्क विभाग के माध्यम से सफलतापूर्वक लाभ दिलाने का कार्य किया गया। यह पीआरओ देवराम यादव के लिए उपलब्धि है। इस कार्य में सरसीवां के पत्रकार राहुल पांडेय का विशेष सहयोग रहा। इसके साथ ही साथ जनसंपर्क विभाग के पत्रकार कल्याण शाखा के अधिकारी तौकीर जाहिद, वरिष्ठ लिपिक गुलजारी लाल तंबोली, पवित्र दास और विभाग के फोटोग्राफर जयंत यादव के भाई संजय यादव का इस कार्य में सहयोग रहा। उल्लेखनीय है कि यह लाभ देवेंद्र केशरेवानी के दयालु प्रवृत्ति और उनके नेक कर्म का अप्रत्याशित फल है, जो उन्होंने असंख्य सरसीवां के जनता को सुख दुख में सहयोग किया था।