रायगढ़, 12 सितम्बर 2024/sns/- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बी.के.चंद्रवंशी की अध्यक्षता में कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के आरोग्यम् सभाकक्ष में आज जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.टी.जी.कुलवेदी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री रंजना पैंकरा, जिला सलाहकार आर.एमएनसीएच, डॉ.राजेश मिश्रा, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक श्री पी.डी. बस्तियां, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की उपस्थिति में जिले के समस्त आर.बी.एस.के. दल के दल प्रमुख एवं फार्मासिस्ट का बैठक आयोजित किया गया है। जिसमें समस्त आर.बी.एस.के.टीम को छात्रावास के बच्चों स्वास्थ्य शिविर के रोस्टर के अनुसार स्वास्थ्य परीक्षण करने हेतु निर्देशित कर रिपोर्ट को समय पर प्रस्तुत करने हेतु कहा गया। समस्त आर.बी.एस.के. दल के दल प्रमुख एवं फार्मासिस्ट को कार्यक्रम संबंधी समस्त जानकारी दिसंबर 2023 से अगस्त 2024 तक के साथ बैठक में समीक्षा की गई। साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुसौर, लोईंग के आर.बी एस.के. टीम को रायगढ़ के षहरी क्षेत्र में शत-प्रतिशत स्वास्थ्य परीक्षण करने हेतु कहा गया।
समुदाय में सहभागिता से डेंगू नियंत्रण कार्य करने हेतु शहरी क्षेत्र के आम जनता को जागरूक कर कार्य करने हेतु निर्देश दिये गये। सुपरवायजर के द्वारा सोर्स रिडक्शन कार्य की गतिविधियों की जानकारी ली गई। टेमीफास दवा सोर्स रिडक्शन कार्य के समय साथ लेकर चलने हेतु मितानिन आौर एमटी को निर्देश दिया गया तथा स्वच्छता बनाये रखने हेतु अपील किया गया कि ऐेसे में घर और आस-पास में मच्छरो को पनपने न दें। कूलर का उपयोग नहीं होने पर उसका पानी खाली करके रखें। कुलर में एक हफ्ता से रखा हुआ स्थिर एवं साफ पानी, बिना ढ़के हुए प्लास्टिक एवं सीमेंण्ट टैंक का साफ पानी, फ्रिज के पीछे टे्र, गमले में जमा हुआ पानी, पशु एवं पक्षियों के लिए रखा हुआ साफ पानी, नारियल के खोल, टूटे हुए बर्तन एवं डिस्पोजल, गड्ढ़ो में बारिश का जमा हुआ साफ पानी, टायरों में जमा हुआ साफ पानी, अन्य ऐसे स्थान या वस्तु जिसमें स्थिर साफ पानी जमा हो रहा है वहाँ डेंगू के मच्छर पनपते है। घर की छत पर रखे गमलो या अन्य चीजों में पानी जमा न होने दें। जमे हुए पानी के गड्ढ़ों में जला हुआ मोविल, तेल डाल दें जिससे ऑक्सीजन न मिलने के कारण डेंगू मच्छर के लार्वा नष्ट हो जाते है। मच्छरो से बचने हेतु मच्छरदानी का उपयोग दिन में भी करें। फूल आस्तीन के कपडें पहनें। घर के दरवाजो व खिड़कियों में जाली लगवायें।