छत्तीसगढ़

उल्लास साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत बोर्ड परीक्षा के छात्र-छात्राओं को मिलेगा बोनस अंक

बलौदाबाजार,18 सितंबर 2024/sns/- कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला मिशन साक्षरता प्राधिकरण बलौदाबाजार- भाटापारा के मार्गदर्शन में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये जिला में साक्षरता के प्रति वातावरण निर्माण किया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी एवं सदस्य सचिव जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण हिमांशु भारतीय ने बताया कि विकासखण्ड बलौदाबाजार,भाटापारा, पलारी एवं कसडोल में 13 सितंबर को तथा विकासखण्ड सिमगा में 18 सितंबर को कुशल प्रशिक्षकों द्वारा संकुल स्तरीय स्वयंसेवी शिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में बुनियादी साक्षरता एवं अंक गणितीय ज्ञान के अतिरिक्त स्वयंसेवी शिक्षकों को कौशल विकास,श्रेष्ठ पालकत्व,डिजीटल साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, कानूनी साक्षरता के बारे में भी विस्तार से बताया गया।जिला बलौदाबाजार भाटापारा को 2500 स्वयंसेवी शिक्षकों का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। लक्ष्य के अनुसार विकासखण्ड के विभिन्न चिन्हाकिंत ग्राम पंचायतों / वार्डों में ग्राम/वार्ड प्रभारी (प्रधानपाठक) द्वारा स्वयंसेवी शिक्षकों का चिन्हांकन कर उल्लास एप्प में प्रविष्टि कर ली गयी है। स्वयंसेवी शिक्षकों में विद्यालयीन, महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं, एनएसएस, एनसीसी के छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया है। प्रत्येक विकासखण्ड में 500 स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है। स्वयंसेवी शिक्षकों एवं शिक्षार्थियों को राज्य से प्राप्त पाठ्यपुस्तक वितरित कर दी गयी है। ये स्वयंसेवी शिक्षक विद्यालय के कक्ष, आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत भवन, रंगमंच, सामुदायिक भवन में असाक्षरों को स्थान और समय के सुविधानुसार अध्ययन-अध्यापन का कार्य करेंगे। स्वयंसेवी शिक्षकों द्वारा बुनियादी साक्षरता एवं अंक गणितीय ज्ञान के अतिरिक्त असाक्षरों को कौशल विकास,श्रेष्ठ पालकत्व, डिजीटल साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, कानूनी साक्षरता प्रदाय की जावेगी। प्रत्येक स्वयंसेवी शिक्षक 200 घण्टे का अध्ययन अध्यापन कार्य करेंगे और असाक्षरों को इस योग्य बनायेंगे कि वे मार्च 2025 की बुनियादी साक्षरता एवं अंक गणितीय ज्ञान के परीक्षा में सम्मिलित होकर साक्षरता का प्रमाण पत्र प्राप्त करेंगे। वर्ष 2027 तक सम्पूर्ण जिला को पूर्ण साक्षर बनाने का बीड़ा शिक्षा विभाग ने उठाया है।जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण आर. सोमेश्वर राव ने बताया कि जो स्वयंसेवी शिक्षक बोर्ड परीक्षा कक्षा 10वीं एवं 12वीं के छात्र-छात्राएं हैं उन्हें 10 अंक बोनस के रूप में मिलेंगे।छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग आदेश अनुसारअब साक्षर भारत कार्यक्रम के स्वयंसेवी शिक्षकों को बोनस अंक प्रदान करने का प्रस्ताव अनुमोदित किया गया है। बोनस अंक प्राप्त करने के लिये स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षित होना आवश्यक है। राज्य कार्यालय द्वारा प्राप्त पाठ्य सामाग्री से 200 घण्टे का अध्यापन कराकर शिक्षार्थी को आकलन परीक्षा में श्कश् एवं श्खश् श्रेणी में उत्तीर्ण कराना होगा। उन्होंने आगे बताया कि 2500 उल्लास साक्षरता केन्द्र के विरूद्ध अब तक 1956 केन्द्रों की स्थापना की जा चुकी है। उल्लास शिक्षा केन्द्रों में आर्कषक बैनर लगाया गया है। स्वयंसेवी शिक्षकों द्वारा शिक्षार्थियों को अध्यापन कार्य प्रारंभ कराया जा चुका है। साक्षरता के प्रति वातावरण निर्माण के लिये सभी विद्यालयों में प्रार्थना के समय उल्लास शपथ छात्र-छात्राओं को दिलाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में छात्र-छात्राओं द्वारा साक्षरता के संबंध में रैली, नुक्कड़ नाटक, भाषण प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। चिन्हांकित ग्राम पंचायत और वार्ड में साक्षरता नारा लेखन कार्य भी किया जा रहा है।

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