सुकमा, 26 सितंबर 2024/sns/- कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में आज जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति (डीएलसीसी) और जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति (डीएलआरसी) की संयुक्त बैठक कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव की अध्यक्षता में आयोजित की गई। कलेक्टर श्री ध्रुव ने सभी बैंकों से कह कि वे विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत पात्र हितग्राहियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने में तत्परता दिखाएं, ताकि जिले में आर्थिक विकास को गति मिल सके। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता जैन, विभिन्न विभागों के अधिकारी सहित बैंक प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
बैठक के दौरान जिले में चल रही बैंकिंग सेवाओं की स्थिति, ऋण वितरण, और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने बैंकों से कहा कि किसानों, छोटे उद्यमियों, और स्वयं सहायता समूहों को समय पर ऋण उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए, ताकि उन्हें सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके।
महिलाओं के स्वयं सहायता समूह को ऋण वितरण में दे प्राथमिकता – कलेक्टर ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए गठित स्वयं सहायता समूहों को ऋण वितरण में विशेष प्राथमिकता दिए जाने की बात कही गई। बैंक अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि इन समूहों को स्वरोजगार के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान की जाए। स्वयंसिद्धा योजना के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके समग्र विकास के लिए लंबित प्रकरण को शीघ्र निराकरण कर आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान की जाए।
नियद नेल्ला नार योजना के तहत चिन्हांकित ग्रामों के ग्रामीणों और दूरदराज के क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं की पहुंच को सुनिश्चित करने के लिए बैंकिंग सेवाओं को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई। कलेक्टर ने बैंकों को निर्देशित किया कि योजना के तहत दिए जाने वाले ऋणों की प्रक्रिया में तेजी लाएं। बैठक में किसानों को दिए जा रहे कृषि ऋण और किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम स्व निधी योजना की समीक्षा की गई।