छत्तीसगढ़

दूध एवं दुग्ध संबंधी उत्पादों में मिलावट के खतरे को देखते हुए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम कर रही है जांच

15 दुग्ध विक्रेताओं से नमूना संकलित कर जांच हेतु भेजा गया राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला


अम्बिकापुर 10 अक्टूबर 2024/sns/ नवरात्रि, दशहरा एवं दीपावली त्यौहार में सीमावर्ती राज्यों से नकली खोवा, मिलावटी दूध,घी, पनीर तथा गुणवत्ताहीन मिठाई के आपूर्ति की संभावना बढ़ जाती है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। अधिकांश मिठाईयां दूध एवं दुग्ध संबंधी उत्पादों से बनाई जाती है, जिले अंतर्गत अम्बिकापुर शहर में दूध की शतप्रतिशत आपूर्ति आसपास के जिलों के अस्थाई दुग्ध विक्रेता, हॉकर, फेरीवालों एवं मोबाईल वेण्डरों द्वारा की जाती है जिसमें मिलावट की आशंका सबसे ज्यादा होती है।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि नियंत्रक खाद्य एवं औषधी प्रशासन तथा कलेक्टर सरगुजा श्री विलास भोसकर के निर्देशानुसार अभिहित अधिकारी के नेतृत्व में दूध एवं दुग्ध संबंधी उत्पादों में मिलावट के खतरे को देखते हुए अम्बिकापुर शहर में आने वाले समस्त दुग्ध विक्रेता, हॉकर, फेरीवालों एवं मोबाईल वेण्डरों का विभिन्न मार्गों एवं चौक- चौराहों में औचक निरीक्षण कर नमूना संकलन एवं जांच की कार्यवाही की जा रही है।  इस तारतम्य में बंगाली चौक, गांधी चौक, एम.जी.रोड, बनारस रोड एवं खरसिया रोड से आने वाले कुल 15 दुग्ध विक्रेताओं से गाय का दूध, भैंस का दूध, मिश्रित दूध, पनीर एवं खोवा इत्यादि का नमूना संकलित कर परीक्षण एवं विश्लेषण हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर भेजा गया है। राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर से परीक्षण, विश्लेषण रिपोर्ट प्राप्त होने पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 नियम विनियम 2011 के सुसंगत प्रावधानों के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी।

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