छत्तीसगढ़

महिला बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी ने ली सरगुजा संभागस्तरीय समीक्षा बैठक

विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बंध में ली जानकारी, आंगनबाड़ी केंद्रों के सतत निरीक्षण के दिए निर्देश


अम्बिकापुर अक्टूबर 2024/sns/ महिला बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी की अध्यक्षता में बुधवार को जिला कलेक्टरेट सभाकक्ष में सरगुजा सम्भाग अंतर्गत समस्त जिलों की संभागस्तरीय समीक्षा बैठक आहूत की गई। इस दौरान विभाग की संचालक सुश्री तुलिका प्रजापति, कलेक्टर श्री विलास भोसकर सहित सरगुजा संभाग के जिलों के महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में उन्होंने जिलेवार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की नियुक्ति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में नियम एवं शर्तों पर विशेष ध्यान दें।  स्वीकृत पद के विरुद्ध भर्तियों के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि भर्ती पश्चात पोषण ट्रैकर में आईडी नियमित अपडेट अवश्य कराएं।
श्रीमती आबिदी ने रिक्त पदों के विज्ञापन जारी करने से लेकर आवेदन पत्र प्राप्त होने, पात्रता सूची जारी करने सहित दावा आपत्ति के सम्बंध में जानकारी ली। बैठक में श्रीमती आबिदी ने कहा कि अधिकारी आंगनबाड़ी केंद्रों का सतत निरीक्षण करें, पोषण-आहार एवं अन्य सुविधाओं की जांच कर उसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करें। आंगनबाड़ी केंद्र समय पर खुले। कार्यकर्ता एवं सहायिका उपस्थित रहें। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को नियमित रूप से लाना सुनिश्चित करें। सभी जिलों के जिला कार्यक्रम अधिकारियों से गम्भीरतापूर्वक ढंग से मॉनिटरिंग करने कहा, उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रतिदिन दो घरों में जाकर अभिभावकों को पोषण आहार सम्बन्धी जानकारी दें। उन्होंने कड़े निर्देश देते हुए कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, इसका ध्यान रखें।
बैठक में श्रीमती आबिदी ने वजन त्योहार के क्रियान्वयन एवं बच्चे के वजन, ऊंचाई के मापन पश्चात ऑनलाईन एन्ट्री की जानकारी ली। उन्होंने बाल सन्दर्भ योजना के अंतर्गत बच्चों के स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन कर दवाइयां प्रदान किए जाने निर्देशित किया तथा कहा कि आवश्यकतानुसार बच्चों को स्वास्थ्य केंद्रों में उपचार हेतु ले जाएं। इस दौरान उन्होंने पूरक पोषण आहार कार्यक्रम अंतर्गत पोषण ट्रैकर एप की जानकारी ली। बैठक में उन्होंने कहा कि मिशन वात्सल्य योजना अंतर्गत 18 वर्ष से कम आयु के देख-रेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों को चिन्हांकित करें तथा आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें, ताकि  बच्चे के जीवन स्तर की गुणवत्ता में सुधार हो सके और बालक का सर्वोत्तम हित सुनिश्चित किया जा सके। मिशन वात्सल्य योजना अंतर्गत जिलेवार समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि महिला बाल विकास विभाग की महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, हमर स्वस्थ लइका सहित सभी का क्रियान्वयन गंभीरता पूर्ण ढंग से करें।

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