दुर्ग, दिसंबर 2024/sns/ छत्तीसगढ़ शासन, यूनिसेफ, एबीस (पहल), एग्रीकॉन कमेटी, एलायंस फॉर बिहेवियर चेंज, एकम फाउंडेशन और अन्य साझेदार संगठनों के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय “नोनी जोहार” कार्यक्रम में युवोदय दुर्ग जिला समन्वयक शशांक शर्मा, ब्लॉक समन्वयक मुकेश कुमार, प्रगति मोहबे, रामशरण सेन एवं पांच बालिका स्वयंसेविकाओं पूनम सरकार, फाल्गुनी रामटेके, नम्रता साहू, डिंपल देशमुख, प्रियंका निषाद ने भाग लिया। यह आयोजन बालिकाओं को सशक्त बनाने और उनकी नेतृत्व क्षमता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया। युवोदय की बालिका स्वयंसेविकाओं ने इस आयोजन में न केवल सक्रिय भागीदारी निभाई, बल्कि विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों से ज्ञान प्राप्त किया। उन्होंने लिंग समानता, मानसिक, स्वास्थ्य, नेतृत्व और मासिक धर्म जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर आयोजित सत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जिला समन्वयक और युवोदय कार्यक्रम के स्वयंसेवकों को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान जिले में उनके सतत् प्रयासों और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए दिए गए योगदान को मान्यता प्रदान करता है। कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियां एवं एजेंडा बालिकाओं के संपूर्ण विकास और सशक्तिकरण पर केंद्रित था। पहले दिन परिचय सत्र श्री अभिषेक सिंह और सुश्री चेतना देसाई (यूनिसेफ इंडिया) द्वारा कराया गया। उम्मीदों भरी खत अभिनेता आकाश सोनी ने प्रेरक वक्तव्य प्रस्तुत किया। डि-स्ट्रेस विद ईज़ सुश्री विभूति दुग्गर ने तनाव प्रबंधन पर सत्र लिया। लिंग समानता सभी की जिम्मेदारी यूनिसेफ इंडिया की यूथ एडवोकेट सुश्री नाहिद आफरीन द्वारा, मानसिक स्वास्थ्य पर कहानियों की कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया गया। क्रिकेट, समानता और मानसिक स्वास्थ्य क्रिकेटर श्री अजय जादव मंडल द्वारा सत्र लिया गया। माइंड मंत्रा चले मन की गलियों में श्री नितिन श्रीवास्तव द्वारा मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा।”पीरियड्स पर बात करें” सुश्री विनीता पटेल ने मासिक धर्म के प्रति जागरूकता पर प्रकाश डाला। परिवर्तन की धुन गायिका सुश्री आरू साहू द्वारा सांगीतिक प्रस्तुति। कार्यक्रम के दूसरे दिवस में आज “फ्लाई हाई फ्रिस्बी फॉर इक्वैलिटी” कार्यक्रम में जलवायु और समानता पर केंद्रित संवादों और गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण, पोषण, और स्थायी जीवनशैली पर ध्यान केंद्रित किया गया। टीम मंकी स्पोर्ट्स ने इस सत्र का नेतृत्व किया और खेल के माध्यम से समानता और सहयोग का संदेश दिया। सीजी एग्रीकॉन समिति की परियोजना समन्वयक, सुश्री मनीषा मोटवानी ने परिदृश्य योजना के माध्यम से सतत विकास के पहलुओं पर चर्चा की। पर्यावरणविद् श्री नितिन सिंघवी ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के व्यावहारिक कदम साझा किए।आईआईटी भिलाई के सीटीओ श्री विष्णु वैभव द्विवेदी ने सतत विकास के क्षेत्र में करियर की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। इक्वल अर्थ एक सितारे की जलवायु और समानता के लिए अपील मॉडल और अभिनेत्री सुश्री अनुरिटा झा ने जलवायु परिवर्तन और समानता पर अपने विचार साझा किए। यूनिसेफ इंडिया की पोषण विशेषज्ञ डॉ. अपर्णा देशपांडे और एबीआईएस एक्सपोर्ट्स की उपाध्यक्ष डॉ. पौलोमी बनर्जी ने पोषण की महत्वपूर्ण भूमिकाओं पर चर्चा की।ब्रश फॉर चेंज एक स्वस्थ ग्रह के लिए कला चित्रकार सुश्री तमन्ना जैन ने अपनी कला के माध्यम से पर्यावरण संदेश प्रस्तुत किए। आईबी ग्रुप की निदेशक सुश्री तनाज़ अज़ीज़ ने स्थायी भोजन आदतों पर विचार साझा किए।यूनिसेफ इंडिया के एसबीसी सलाहकार श्री अभिषेक त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम की उपलब्धियां “नोनी जोहार” कार्यक्रम ने बालिकाओं को न केवल सशक्त बनाने का अवसर प्रदान किया, बल्कि उनके आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक विषयों पर जागरूकता को भी प्रोत्साहित किया। युवोदय दुर्ग की स्वयंसेविकाओं ने इस आयोजन में भाग लेकर जिले का गौरव बढ़ाया। यह कार्यक्रम बालिकाओं के उज्ज्वल भविष्य और समाज में उनके नेतृत्व की भूमिका को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।