रायपु जनवरी 2025/sns/ छत्तीसगढ़ सरकार ने समाज कल्याण, आध्यात्मिक उन्नति और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए विश्वप्रसिद्ध संस्था आर्ट ऑफ लिविंग को नवा रायपुर अटल नगर में 40 एकड़ भूमि रियायती दर पर आबंटित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में 19 जनवरी को हुई मंत्री परिषद की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। इस केंद्र की स्थापना से नवा रायपुर न केवल राज्य बल्कि देश के प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित होगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के इस निर्णय से छत्तीसगढ़ का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी ऊंचा होगा। नवा रायपुर में बनने वाला आर्ट ऑफ लिविंग उत्कृष्टता केंद्र आने वाले वर्षों में प्रदेश की प्रगति और जनता के जीवन को समृद्ध करने में एक मील का पत्थर साबित होगा।
आर्ट ऑफ लिविंग की स्थापना विश्वविख्यात आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर जी ने वर्ष 1981 में की थी। यह संस्था अब तक 180 से अधिक देशों में कार्यरत है और मानवता को तनावमुक्त जीवन शैली, आध्यात्मिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरित कर रही है। संस्था द्वारा संचालित योग, ध्यान और सेवा कार्यों से आज लाखों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। संस्थान ने समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए कई परियोजनाएँ शुरू की हैं, जिनमें शांति स्थापना, जल संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इसके अलावा, संस्था वंचित समुदायों की सहायता और समाज में सांप्रदायिक सौहार्द्र को बढ़ावा देने के लिए भी निरंतर प्रयासरत है।
छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में प्रस्तावित आर्ट ऑफ लिविंग उत्कृष्टता केंद्र का उद्देश्य न केवल प्रदेशवासियों को योग, ध्यान और आध्यात्मिक शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि यह केंद्र समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण और रोजगार सृजन का भी एक प्रमुख साधन बनेगा। योग और ध्यान के माध्यम से नागरिकों को तनावमुक्त जीवन जीने की प्रेरणा मिलेगी। युवाओं और महिलाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण और कौशल विकास के कार्यक्रम उपलब्ध होंगे। वृक्षारोपण, जल संरक्षण और स्वच्छता अभियानों के माध्यम से क्षेत्र में पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ेगी। यह केंद्र छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में सहायक होगा। प्राकृतिक आपदाओं के समय सहायता और पुनर्वास के लिए केंद्र एक प्रमुख भूमिका निभाएगा।
नवा रायपुर के सेक्टर-39, ग्राम खंडवा में चिन्हांकित 40 एकड़ भूमि को आर्ट ऑफ लिविंग उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना के लिए चिन्हित किया गया है। सामान्य दरों पर इस भूमि की कुल कीमत लगभग 50 करोड़ थी, लेकिन जनसेवा और समाज कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए इसे रियायती दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है। सरकार ने इस फैसले के साथ यह भी तय किया है कि संस्थान को निर्माण कार्य के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा। आर्ट ऑफ लिविंग ने इस भूमि पर 10 वर्षों के भीतर निर्माण कार्य पूरा करने की योजना बनाई है।
यह केंद्र नवा रायपुर को देश और दुनिया के मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। निर्माण और संचालन के दौरान कई स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। केंद्र के कार्यक्रम मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाएंगे। देश-विदेश से पर्यटकों और श्रद्धालुओं के आगमन से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
आर्ट ऑफ लिविंग ने पिछले चार दशकों में समाज के उत्थान के लिए अनेक उल्लेखनीय कार्य किए हैं। संस्था ने जल संरक्षण के क्षेत्र में कर्नाटक और महाराष्ट्र की कई नदियों को पुनर्जीवित किया है। कोविड-19 महामारी के दौरान संस्था ने लाखों लोगों को भोजन और चिकित्सा सामग्री उपलब्ध कराई। इसके अलावा, युद्धग्रस्त क्षेत्रों और दंगों से प्रभावित इलाकों में शांति स्थापना में भी संस्था ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आर्ट ऑफ लिविंग को भूमि आवंटन का यह निर्णय प्रदेश के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है। यह न केवल समाज कल्याण के कार्यों को प्रोत्साहित करेगा बल्कि छत्तीसगढ़ को एक आदर्श राज्य के रूप में स्थापित करेगा, जहाँ विकास और आध्यात्मिकता साथ-साथ चलते हैं