छत्तीसगढ़

कसडोल के वनांचल ग्रामों में हुआ विशेष कुष्ठ सर्वे, सत्यापन और उपचार कार्यक्रम


बलौदाबाजार जनवरी 2025/sns/ कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर जिले में कुष्ठ रोग के लिए संवेदनशील ग्रामों में विशेष जाँच एवं मरीजों के सत्यापन किया जा रहा है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने विकासखंड कसडोल के सेक्टर रिकोकला तथा राजादेवरी के 9 ग्रामों छाता, नगरदा, मानदीप, कुरमाझर, चाँदन, सुखरी, कुशगढ़, कुश भाठा, थरगांव जो कुष्ठ रोग की दृष्टि से संवेदनशील हैं ,में विशेष कुष्ठ सर्वे, सत्यापन और उपचार कार्य संपादित किया गया। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार अवस्थी ने बताया कि उक्त विशेष सर्वे में कुल 6441लोगों का सर्वे हुआ। जिसमें से 89 कुष्ठ शंकाप्रद पाए गए। कार्यक्रम में स्थल पर ही चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे। सभी का परीक्षण कर सत्यापन किया गया जिसमें से 12 केसों की पुष्टि हुई। इसमें 4 पीबी और 8 एमबी के केस हैं। सभी को दवाई भी दी गई। जिला कार्यक्रम प्रबंधक सृष्टि मिश्रा ने बताया कि इस विशेष सर्वे को इस प्रकार से डिजाइन किया गया कि पाँच ब्लॉक के बीएमओ ,बीपीएम और हर ब्लॉक से चिकित्सा अधिकारियों और एन एम ए को भी सम्मिलित किया गया । यह टीम सर्वे ग्रामों में सुपरविजन करते हुए शंकाप्रद मरीजों का सत्यापन करती गई । सर्वे में मितानिन,कसडोल के ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, सुपरवाइजर, ग्रामीण चिकित्सा सहायक सम्मिलित रहे। गौरतलब है कि कुष्ठ एक संक्रामक रोग है जिसका संक्रमण धीरे-धीरे होता है। उपचार न करवाने की दशा में शरीर के अंगों में स्थाई विकृति आ जाती है। शरीर में संवेदनहीन चकत्ते, आँखों की पलकों में खराबी, त्वचा का मोटा होना ये कुछ लक्षण कुष्ठ के हैं। 6 से 12 माह तक एम.डी.टी. दवाई का उपचार लेकर इससे मुक्त हुआ जा सकता है। सर्वे में सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार वर्मा सहित सभी बीएमओ डॉ बी. एस. धुव, डॉ राजेंद्र माहेश्वरी, डॉ अभिजीत बैनर्जी, डॉ पारस पटेल, डॉ रवि शंकर अजगल्ले एवं कुष्ठ नोडल अधिकारी डॉ नवदीप बाँधे और सलाहकार श्वेता शर्मा, आलोक कुमार दुबे एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम उपस्थित रही

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