छत्तीसगढ़

माघी पूर्णिमा स्नान के सकुशल संपन्न होने के सन्दर्भ में पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश श्री प्रशांत कुमार का वक्तव्य

माघी पूर्णिमा स्नान के सकुशल संपन्न होने के सन्दर्भ में पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश श्री प्रशांत कुमार का वक्तव्य


दिनांक 12 फरवरी 2025 को होने वाले माघी पूर्णिमा स्नान के अवसर पर की गयी तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के सन्दर्भ में पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, श्री प्रशान्त कुमार द्वारा  कहा गया कि, आज महाकुम्भ 2025 का पांचवां स्नान था, इसके उपरान्त महाशिवरात्रि का स्नान शेष है। मौनी अमावस्या की दुःखद घटना से सीख लेकर *'Build Back Better'* की तकनीक अर्थात पहले से और बेहतर करने का प्रयास किया गया। इसके लिए *कम्युनिटी फीडबैक* शामिल किए जाने हेतु वहां कार्यरत अधिकारी एवं श्रद्धालुओं की कठिनाई सभी को शामिल करके बेहतर प्रबन्धन तकनीक अपनाई गई थी, जिसका परिणाम है कि इस महाकुम्भ में आज तक लगभग 46 से 47 करोड़ जनता द्वारा स्नान किया गया है। आज माघी पूर्णिमा के दिन  4.00 PM तक लगभग 01 करोड़ 84 लाख लोगों के द्वारा स्नान किया जा चुका है। प्रयागराज के अतिरिक्त हमारा चित्रकूट, मीरजापुर विंध्याचल मन्दिर, वाराणसी काशी विश्वनाथ, अयोध्या के राम मंदिर पर भी विशेष ध्यान है, क्योंकि महाकुंभ आने वाले श्रृद्धालु इन स्थानों पर भी जाते है। महाकुम्भ मेला क्षेत्र के सतत पर्यवेक्षण हेतु लाइव फीड को लखनऊ से देखा जा रहा है तथा ICCC के माध्यम से उचित दिशा - निर्देश भी दिए जा रहे है।
कुम्भ की विश्वव्यापी पहुंच के कारण सम्पूर्ण विश्व तथा अन्य राज्यों के कोने कोने से लाखों की संख्या में लोग आ रहे है। पहले लोग ट्रेन और बसों से आ रहे थे किन्तु अब 03 फरवरी के बाद लोग छोटी गाड़ियों से ज्यादा आ रहे है। मुख्य स्नानों के दिन 05 लाख लोगों द्वारा ट्रेन से यात्रा की  गयी है जिसके लिए 400 से ज्यादा ट्रेनें लगाई गयी है। सामान्य दिनों में लगभग 3.5 लाख की संख्या रहती है जिसके लिए लगभग 350 ट्रेनें लगाई गयी है। इसके अतिरिक्त लाखों की संख्या में  चार पहिया वाहन का प्रतिदिन शहर में आना और उनको वापस भेजना अपने आप में बहुत बड़ी चुनौती है। इतने बड़े क्राउड मैनेजमेंट के लिए हम लोगों के द्वारा कंटीन्जेंसी प्लानिंग भी की गई थी। मौनी अमावस्या वाले दिन भी घटना घटित होने के तत्काल बाद अल्प समय लगभग 10 मिनट के अन्दर सभी घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अस्पताल पहुंचाया गया और बहुत से घायलों की जान बचाई गई, जो यह दर्शाता है कि हमारी प्लानिंग में कोई कमी नहीं थी। इसके अतिरिक्त हमारे एनडीआरएफ और सिविल पुलिस के जवान लगातार बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की सेवा में लगे हुए हैं। अशक्त महिलाओं को अपने कंधों पर ले जाकर उनके गंतव्य तक   पहुंचाया गया है, जिसके वीडियो का प्रसारण भी मीडिया बंधुओं के द्वारा किया गया है।
सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरों के रोकथाम हेतु हमारा फैक्ट चेक अकाउंट भी सक्रिय है जिसके द्वारा लोगों से भ्रामक सूचना न फैलाने की अपील की गई है। साथ ही लोगों को जागरुक भी किया जाता है कि संबंधित घटना महाकुंभ से संबंधित नहीं है। इसके बावजूद महाकुंभ को बदनाम करने के लिए अन्य राज्यों तथा विदेश की घटना को महाकुंभ की बताकर अफवाह फैलाने वाले सोशल मीडिया एकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया जा रहा है। सम्बन्धित सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से ऐसे अकाउंट को संचालित करने वाले लोगों को चिन्हित करके उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
आने वाली महाशिवरात्रि से पूर्व हमारी अन्य चुनौतिंया भी है जैसे हमारे बहुत सारे सेक्टर जहाँ अखाड़े लगे हुए थे वह खाली हैं तथा वहाँ पर जो सम्पत्ति लगी थी चाहे वह सरकारी हो अथवा ठेकेदार की हो उसकी सुरक्षा के लिए भी 03 शिफ्टों में 24 घण्टे की ड्यूटी लगायी जा रही है, और हमारे सभी साथी जब तक अन्तिम श्रद्धालु भी न चला जाये हम वहाँ मौजूद रहेंगे और यह सुनिश्चित करायेंगे कि वहाँ किसी भी प्रकार की कोई भी अप्रिय घटना घटित न हो।

मैं मेला प्रशासन, उत्तर प्रदेश पुलिस, केंद्रीय अर्धसैनिक बल एवं सुरक्षा में लगी हुई सभी इकाइयों को माघी पूर्णिमा के स्नान के सकुशल संपन्न होने पर बधाई देता हूं।

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