राजनांदगांव, मार्च 2025/sns/ छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के कैलाष नगर सबस्टेशन में बिजली विभाग के मुखिया राजनांदगांव क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक श्री शिरीष सेलट ने सभी मैदानी अधिकारियों एवं कर्मचारियों कोे फील्ड में कार्य करने के दौरान सुरक्षा उपायों को मूलमंत्र बनाकर सुरक्षित ढ़ंग से कार्य करने की शपथ दिलाई। इस दौरान अधीक्षणा अभियंता श्री शंकेश्वर कंवर, कार्यपालन अभियंता श्री आर0के0 गोस्वामी, सहायक अभियंता श्री रोहित मंडावी एवं श्री हिमांशु भुआर्य उपस्थित हुए। केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण, भारत सरकार विद्युत मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह 04 मार्च 10 मार्च तक प्रतिवर्ष मनाये जाने के निर्देश दिये गये हैं। इसी के परिपालन में राजनांदगांव क्षेत्र के अन्तर्गत सभी विभागीय संभाग राजनांदगांव, डोंगरगांव, डोंगरगढ़, मोहला, खैरागढ़, कवर्धा एवं पंडरिया के समस्त मैदानी कार्यालय में सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सभी विद्युतकर्मियों को सुरक्षा का ध्यान रखते हुए कार्य के दौरान दस्ताना, सेफ्टी बेल्ट, डिस्चार्ज राड, हेलमेट इत्यादि सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करने और सहकर्मी को भी सुरक्षा उपकरणों को उपयोग करने के लिए प्रेरित करने तथा मादक द्रव्य का उपयोग नहीं करने तथा परिवार एवं उपभोक्ताओं के बीच खुशी एवं विश्वास का वातावरण बनाने की शपथ दिलाई जा रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर राजनांदगांव क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक श्री शिरीष सेलट ने कहा कि कार्यस्थल पर दुघर्टना रहित कार्य को संपादित करना हमारा पहला लक्ष्य होना चाहिए। लाइन में कार्य करते समय कर्मियों को हमेशा अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए। थोड़ी सी चूक या लापरवाही खतरनाक हो सकती है। सुरक्षा का मूलमंत्र है, कि एक सेफ्टी जोन बनाकर कार्य करें। विद्युत लाइनों पर कार्य करने के पूर्व विधिवत परमिट लेकर सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग करते हुए एबी स्वीच को ओपन कर लाइन को डिस्चार्ज कर लेवें, और यह भी सुनिश्चित कर लेवें कि किसी अन्य उपकेन्द्र से इस लाईन पर विद्युत प्रदाय तो नही किया जा रहा है यदि ऐसा है तो उसे दूसरे छोर से भी नो बैकफीड परमिट अवश्य ले तथा लाइन को बंद करावें। मोबाइल के माध्यम से कदापि परमिट ना लें। फील्ड में कार्य करने के पूर्व सुरक्षा नियमों के साथ-साथ सुरक्षा उपकरण जैसे डिस्चार्ज राड, सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट, टेस्टर, दस्तानों आदि का उपयोग सुनिश्चित करते हुए सुरक्षा उपकरणों की नियमित तौर पर जांच करने एवं खराब होने पर तत्काल बदलकर उपयोग में लाने के लिए प्रेरित किया।