छत्तीसगढ़

आदिवासी समुदाय के बीच एकता, आपसी समझ और समावेशिता को बढ़ावा देने सीआरपीएफ की पहल

गौतम बुद्धनगर, नोएडा से लौटे युवाओं ने साझा किए अपने अनुभव

ट्राइबल यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत भेजे गए थे नक्सल प्रभावित इलाके के युवा
बीजापुर मार्च 2025/sns/गौतम बुद्धनगर, नोएडा उत्तर प्रदेश में आयोजित ट्राइबल यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम से वापस लौटे युवाओं के वापसी के बाद अपने अनुभव साझा करते हुए भारत की विविधता और सांस्कृतिक विरासत को महानतम बताया।
सोमवार को सीआरपीएफ 196 वाहिनी मुख्यालय में कमांडेंट कुमार मनीष से भेंट कर अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान कमांडेंट कुमार मनीष ने कहा कि आपने ट्राइबल यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के दौरान जो भी अनुभव प्राप्त किया है उसे अपने साथियों के साथ जरूर साझा करें तथा अपने साथियों को ऐसे कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित करें।
आईजीपी सीआरपीएफ राकेश अग्रवाल, डीजीपी डीएस नेगी के निर्देशन और कमांडेंट कुमार मनीष के नेतृत्व में 196 बटालियन से 39 आदिवासी युवक-युवतियों को नेहरू युवा केन्द्र के सौजन्य से आयोजित 16वंे आदिवासी युवा विनियम कार्यक्रम 2024-25 में भाग लेने के लिए 02 मार्च 2025 को गौतम बुद्धनगर नोएडा के लिए रवाना किया गया था। यह कार्यक्रम 2 मार्च से 8 मार्च 2025 तक गौतम बुद्धनगर, नोएडा में आयोजित किया गया था, जिसमें देश भर के विभिन्न आदिवासी क्षेत्रों के युवक-युवतियों ने भाग लिया। इस आयोजन में युवक-युवतियों ने विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया। लाल किला, इंडिया गेट, पीएम संग्रहालय और मैट्रो का सफर तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात किया। इस आयोजन के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था जिसमें सम्मिलित युवक-युवतियों को पारितोषिक प्रमाणपत्र दिया गया।
सोमवार 10 मार्च को युवा सकुशल बीजापुर वापस लौटने पर कैंप परिसर में जलपान और भोजन की व्यवस्था की गई थी। सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य देशभर के आदिवासी समुदाय के बीच एकता, आपसी समझ और समावेशिता को बढ़ावा देना है। 196 बटालियन सीआरपीएफ का यह प्रयास न केवल आदिवासी युवक-युवतियों के उज्जवल भविष्य की दिशा में कदम है, बल्कि यह उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए एक प्रेरणा है।
इस अवसर पर द्वितीय कमान अधिकारी गोपाल सिंह बुनकर, उप कमांडेंट गुलशन तिर्की, सहायक कमांडेंट जगदीप शिरिष सहित अधिनस्थ अधिकारी तथा जवान मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *