नायद नेल्ला लोन माड़ानद सपना उमके हत्ता- मड़कम बुधरी
सुकमा, 27, मार्च 2025/sms/- माओवाद प्रभावित विकासखण्ड कोन्टा की ग्राम पंचायत बगड़ेगुड़ा, जो चारों ओर से पहाड़ों और पथरीली चट्टानों से घिरी हुई है। यहाँ शासन प्रशासन के प्रयासों से निरंतर आवास निर्माण सहित बुनियादी सुविधाओं का विकास कार्य किया जा रहा है।
गाँव की मड़कम बुधरी, जिनके पति स्व. भीमा का पहले ही देहांत हो चुका था, अपने परिवार के साथ अत्यंत दयनीय स्थिति में जीवन व्यतीत कर रही थीं। उन्होंने बताया कि उनका घर जंगली बांस, खपरैल और घास-फूस से बना हुआ था, जो बरसात के दिनों में बड़ी परेशानी का सबब बनता था। इसके अलावा, जहरीले कीड़े-मकोड़े का भी खतरा हमेशा बना रहता था। आँधी-तूफान में उनके झोपड़ी की छत उड़ जाती थी, और हर साल मरम्मत कराना पड़ता था।
सरकार की महत्वाकांक्षी नियद नेल्ला नार योजना के तहत वर्ष 2024-25 में बगड़ेगुड़ा गाँव को चयनित किया गया। जहां प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत पात्रता मानकों को पूरा करने वाले हितग्राहियों को पक्के मकान का लाभ दिया जा रहा है। वहीं मड़कम बुधरी को भी इस योजना का लाभ प्राप्त हुआ और उनके आवास निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई। जैसे ही योजना के तहत मकान निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई, मड़कम बुधरी और उनके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। आज, उनका वर्षों पुराना सपना साकार हो चुका है। उनके पुराने कच्चे मकान की जगह अब एक मजबूत, सुरक्षित और सुविधाजनक पक्का मकान खड़ा है। उन्होंने कहा कि नायद नेल्ला लोन माड़ानद सपना उमके हत्ता अर्थात मेरा पक्का मकान बनाने का सपना पूरा हुआ।
मजदूरी भुगतान और अन्य सुविधाओं से मिला आत्मनिर्भरता का बल
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत न केवल मड़कम बुधरी को पक्के घर का लाभ मिला, बल्कि इसके साथ ही मनरेगा के मजदूरी राशि भी उनके बैंक खाते में जमा की गई। इसके अतिरिक्त, उन्हें उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन, बिजली और शौचालय निर्माण की सुविधा भी प्रदान की गई। अब, वे चिंता मुक्त होकर अपने परिवार के साथ सुरक्षित और खुशहाल जीवन व्यतीत कर रही हैं।
माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में पहुँच रही विकास की रोशनी
कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव ने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद तक पहुँचाना हमारी प्राथमिकता है। इन विकास कार्यों से ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन स्तर में सुधार हो रहा है, जिससे लोग मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं।