दिव्यांगता के विभिन्न प्रकारों की दी गई जानकारी, नशा मुक्त रहने दिलाई गई शपथ
8 अप्रैल को घरघोड़ा विकासखंड मुख्यालय के स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित होगा शिविर
रायगढ़, 05 अप्रैल 2025/sms/- कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशन में समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजनों को शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने एवं उनके सुविधा हेतु जिले के समस्त विकास खंडों में कलस्टर स्तर पर दिव्यांगजनों का चिन्हांकन एवं यूडीआईडी प्रमाणीकरण तथा सामाजिक सहायता अंतर्गत समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत धरमजयगढ़ के विकासखण्ड मुख्यालय के स्वास्थ्य केन्द्र कापू तथा लैलूंगा विकास खंड के मुकडेगा में दिव्यांगजनों का आंकलन, चिन्हांकन यूडीआईडी प्रमाण पत्र शिविर का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में आगामी 8 अप्रैल को घरघोड़ा विकासखंड मुख्यालय के स्वास्थ्य केंद्र में शिविर का आयोजन किया जाएगा।
4 अप्रैल को घरघोडा विकासखंड अंतर्गत कुडुमकेला के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें जिला मुख्य चिकित्सालय से अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ.डोलेश्व पटेल, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.नवीन अग्रवाल, फिजियोथैरेपिस्ट श्याम जीत किंडो, नेत्र सहायक अधिकारी डॉ.अर्जुन कुमार बेहरा, ऑडियोलॉजिस्ट चक्रधर पटेल, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.अभिषेक अग्रवाल, अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ.आर.के.गुप्ता, डॉ.सिद्धार्थ सिन्हा सहित विशेष चिकित्सकों की टीम ने अपनी सेवाएं दी। आयोजित शिविर में 58 दिव्यांग जनों की उपस्थिति दर्ज की गई। आयोजित शिविर में समाज कल्याण विभाग के अधिकारी द्वारा दिव्यांगता के 21 प्रकार पर प्रकाश डाला गया साथ ही नशा मुक्त भारत अभियान के तहत नशे से होने वाली खतरनाक जानलेवा बीमारियों के बारे में जानकारी देते हुए नशा मुक्त रहने के लिए शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत घरघोड़ा अर्चना मिंज, डॉ. पैकरा, एडीओ यमुना सिदार, बीआरपी श्रीमती गुरुवारी भारद्वाज एवं जनपद पंचायत की टीम उपस्थित रहे।
लैलूंगा में आयोजित शिविर में दिव्यांगजनों को मिला लाभ
बीएमओ लैलूंगा डॉ.धर्मसाय, आरएमओ शशि कला बंजारे, बीपीएम अश्वनी साय, बीडीसी जनपद सदस्य एवं सरपंच श्री कमलेश सिदार की उपस्थिति में शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 32 दिव्यांगजन उपस्थित रहे। जिसमें कुल 16 सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। इसी प्रकार 05 मेडिकल रेफर, 05 ईएनटी, 02 विजन, 07 ऑर्थोपेडिक, 02 मानसिक, 07 अन्य तथा 04 नो एनी डिसेबिलिटी की जांच कर चिन्हांकन किया गया।