जगदलपुर, 24 अप्रैल 2025/sns/- कलेक्टर श्री हरिस एस ने कहा कि जिले के किसानों और ग्रामीणों को पशुपालन गतिविधियों के माध्यम से आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए विभागीय योजनाओं और गतिविधियों का कारगर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। इस दिशा में राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजनातंर्गत गौ-पालन के लिए सहायता प्रदान करने सहित विभागीय योजनाओं के तहत सूकरत्रयी योजनांतर्गत सूकरपालन, बैकयार्ड कुक्कुटपालन योजना से कुक्कुटपालन एवं नर बकरापालन यूनिट के तहत बकरीपालन के लिए आवश्यक सहायता एवं प्रशिक्षण हितग्राहियों को प्रदान किया जाए। साथ ही नस्ल सुधार कार्यक्रम के अन्तर्गत किसानों एवं पशुपालकों के देशी नस्ल के गौवंशीय मवेशियों का कृत्रिम गर्भाधान करने के लिए व्यापक स्तर पर पहल किया जाए। कलेक्टर श्री हरिस एस गुरूवार को कलेक्टोरेट के प्रेरणा कक्ष में पशु चिकित्सा विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान उक्त निर्देश दिए। उन्होंने किसानों एवं पशुपालकों के मवेशियों का नियमित रूप से उपचार और टीकाकरण सुनिश्चित किए जाने पर बल देते हुए उक्त कार्य को बारिश के पूर्व अभियान के रूप में चलाए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने जिले के अन्तर्गत पशु नस्ल सुधार कार्यक्रम अन्तर्गत कृत्रिम गर्भाधान की समीक्षा में अत्यंत धीमी प्रगति पर असंतोष प्रकट करते हुए आगामी वर्ष में लक्ष्य के अनुरूप प्रगति लाने की चेतावनी दी। वहीं उन्होंने जिले में वर्ष 2024-25 में किए गए पशुओं में टीकाकरण एचएस, बीक्यू, एफएमडी, लम्पी स्किन डिसिज, ब्रसोलोसिस, पीपीआर, स्वाइन फिवर के टीकाकरण लक्ष्य के विरूद्ध अपेक्षित प्रगति नहीं होेने के कारण सभी विकासखण्ड के अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया कि आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 में लक्ष्य के अनुरूप कार्य नहीं करने वाले अधिकारी-कर्मचारी विशेषकर विकासखण्ड प्रभारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। बैठक के अंत में कलेक्टर के द्वारा उपस्थित समस्त विकासखण्ड प्रभारी पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ एवं सहायक पशु चिकित्सा अधिकारियों को आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लक्ष्य की शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डाॅ. देवेन्द्र नेताम ने आगामी तीन माह के भीतर लक्ष्य के अनुरूप विभागीय कार्यों में अपेक्षित उपलब्धि लाने के लिए आश्वस्त किया। बैठक में जिले में पदस्थ वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी तथा विभिन्न संस्थाओं एवं विकासखण्ड के प्रभारी के साथ ही मोबाईल वेटनरी यूनिट के पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ एवं सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी उपस्थित रहे।