अंबिकापुर, 29 अप्रैल 2025/sns/- जिले के लखनपुर विकासखंड के दूरस्थ पहाड़ी गांव घटोन में पहली बार पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। यह गांव अब तक सड़क संपर्क से वंचित था, लेकिन हाल ही में जिला प्रशासन द्वारा 5 किलोमीटर सड़क निर्माण के बाद चिकित्सा दल यहां पहुंच सका। कलेक्टर श्री विलास भोसकर के निर्देश पर आयोजित इस शिविर में 260 पशुओं को खुरपका और चेचक रोग के टीके लगाए गए तथा 25 पशुओं का इलाज किया गया। साथ ही, बकरियों में कृत्रिम गर्भाधान की शुरुआत भी हुई।
ग्रामीणों की मांग पर त्वरित कार्रवाई
बता दें कि घटोन गांव के अधिकांश ग्रामीणों की आजीविका बकरी पालन पर निर्भर है। ग्रामीण इन बकरियों को अपना “एटीएम“ मानते हैं। हाल ही में हुई ग्राम चौपाल में ग्रामीणों ने कलेक्टर से पशु टीकाकरण और कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा मांगी थी, जिसके बाद इस शिविर का आयोजन किया गया। कलेक्टर ने पशु चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए थे कि बकरियों में उन्नत नस्ल विकसित कर ग्रामीणों की आय बढ़ाने पर ध्यान दिया जाए।
विशेषज्ञों की टीम ने संभाला दायित्व
इस शिविर में लखनपुर के पशु चिकित्सक डॉ. सफ़दर और डॉ. नेहा सिंह ने किया। इस दौरान अंबिकापुर से उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ. आरपी शुक्ला और डॉ. सीके मिश्रा भी मौजूद रहे। उन्होंने ग्रामीणों को पशु स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी और नियमित टीकाकरण की आवश्यकता को बताया ।
जिला प्रशासन की इस पहल से ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि अब तक उनके पशुओं को चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाती थी। सड़क निर्माण और स्वास्थ्य शिविर जैसी पहल से अब घटोन गांव के ग्रामीणों में विकास की एक नई उम्मीद जगी है।