छत्तीसगढ़

वाटरशेड की संरचनाओं की बारीकियों के बारे में अवगत कराने ट्रेनिंग आयोजित

दुर्ग, सितंबर 2022/ भूमिसंरक्षण विभाग और वाटरशेड परियोजना के अधिकारियों ने आज जलग्रहण समिति नगपुरा में प्रशिक्षणसत्र का आयोजन किया। प्रशिक्षणसत्र में जलग्रहण समिति के सदस्यों को वाटरशेड से जुड़ी संरचनाओं के संबंध में प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि नगपुरा में ढाबा नाले में वाटर मिशन का काम होना है। वाटरशेड के लिए आस्थामूलक काम होते हैं जैसे नाली निर्माण, सोकपीट, पानी टंकी निर्माण आदि। अधिकारियों ने बताया कि वाटरशेड परियोजनाओं का मूल उद्देश्य पानी का संरक्षण करना है। प्रशिक्षण का उद्देश्य यह है कि इनके निर्माण के वक्त की बारीकियों के संबंध में सदस्य अवगत हो सकें। नगपुरा में आयोजित आज के प्रशिक्षण सत्र में समिति के सरपंच सह अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र, उपसरपंच एवं पंचगण के अलावा कृषि विज्ञान केन्द्र- अंजोरा के वैज्ञानिक डॉ. श्री एस. के, थापक, परियोजना अधिकारी श्री ओ. पी. सिंह, तकनिकी विशेषज्ञ डब्यूडीसी, श्री सुरेन्द्र सिंह, डब्लयूसीडीसी सह सर्वेयर श्री आई. पी.नाग, एवं डब्ल्यूडीटी यांत्रिकी श्री दिनेश वर्मा उपस्थित थे। प्रशिक्षण में परियोजना अधिकारी श्री ओ. पी. सिंह द्वारा वाटरशेड के कार्यों की और इसकी बारीकियों की विस्तार से जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र-अंजोरा के वैज्ञानिक डॉ. श्री एस. के. थापक ने जल संरक्षण की विधियों के साथ ही संरचना निर्माण के पश्चात् जल की उपयोगिता के बारे में तथा सब्जी उत्पादन, कृषि से स्वरोजगार को बढ़ावा देने की जानकारी दी गई। कार्यकम के सरपंच सह अध्यक्ष श्री भूपेंद्र ने वाटरशेड परियोजना में ग्राम नगपुरा का चयन होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए ग्राम में कराये गये कार्यों की सराहना की एवं वाटरशेड से भविष्य में संरचना निर्माण कार्यों के लाभ के बारे में अवगत कराया गया। इस अवसर पर ग्राम नगपुरा एवं वाटरशेड से संबंधित ग्रामों के महिला स्व सहायता समूहों की उपस्थिति सराहनीय रही। इस कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन श्री आई. पी. नाग के द्वारा किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *